ब्रह्माण्ड के 5 सबसे खतरनाक ग्रह

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Terrifying Planets

5 Terrifying Planets in the Universe, You Don’t Want To Visit

क्या हो अगर धरती पर पत्थरों की बारिश होने लगे? क्या हो अगर धरती पर शीशे की बारिश होने लगे। क्या हो अगर धरती पर सतह की जगह सिर्फ पानी ही पानी हो? सुनने में हमें ये बातें भले ही काल्पनिक लगती हों लेकिन ये काल्पनिक नहीं बल्कि हकीकत है। ऐसा नहीं है कि अगर ये चीजें धरती पर नहीं होती तो ब्रहमांड में कहीं नहीं हो सकती।

ब्रहमांड बहुत ही रहस्यमयी है यहां हर पल ऐसी अद्भुत चीजें होती हैं जिनकी कल्पना भी हम नहीं कर सकते। ये चीजें इतनी खतरनाक हैं कि अगर ऐसा धरती पर हो तो यहां से सारा जीवन ही खत्म हो जाए। इसलिए कहा जाता है कि ब्रहमांड में धरती जैसी कोई जगह नहीं। आज हम आपको ब्रहमांड में 5 ऐसे खतरनाक ग्रहों (Terrifying Planets) के बारे में बताएंगे जहां आप कभी भी नहीं जाना चाहोगे।

Top 5 Strangest and Most Terrifying Planets in the Universe

GJ 1214b (Gliese 1214 b)

GJ 1214b (Gliese 1214 b)
Credit: dailymail

हमारी धरती 71 प्रतिशत पानी से घिरी हुई है पर यूनीवर्स में एक बहुत ही अजीब ग्रह है। जो कि पृथ्वी से कई गुना बड़ा है और इसमें पानी के समुद्र भी हैं। पर यहां एक समस्या है कि इस ग्रह का 100 प्रतिशत हिस्सा पानी से घिरा हुआ है यानि की यहां पर धरती की तरह सतह नहीं है। जहां धरती के समुद्र ज्यादा से ज्यादा 11 किलोमीटर तक ही गहरे हैं पर GJ 1214b नाम के इस ग्रह में समुद्र सैकड़ों किलोमीटर गहरे हैं। यह ग्रह हमारी धरती से 42 लाइट ईयर्स दूर है।

इतने गहरे समुद्र होने के कारण समुद्र के निचले हिस्से में दबाव इतना ज्यादा हो जाता है कि वहां पर पानी एक अलग तरह के बर्फ का रूप ले लेता है। इसे आइस 7 कहा जाता है। यह बर्फ पृथ्वी पर मिलने वाले बर्फ की तरह नहीं होता। आइस 7 नार्मल बर्फ की तरह ठोस तो होता है पर यह ठंडा नहीं होता यानि बहुत ही गर्म होता है। और यह बर्फ पृथ्वी में नेचुरली कहीं नहीं मिलता।

Kepler-16b

Kepler-16b planet
Credit: astrobites

दिन में अगर हम किसी चीज को देखें तो हमें उसकी शैडो यानि कि परछाई दिखाई देती है। धरती पर हमें एक Object की एक ही परछाई दिखाई देती है। क्योंकि हमारी पृथ्वी में लाइट सोर्स सिर्फ एक ही है। जिसे हम सूर्य कहते हैं पर उन ग्रहों का क्या जो बाइनरी स्टार सिस्टम्स का चक्कर काटते हैं।

बाइनरी स्टार सिस्टम्स में ज्यादातर यह देखा गया है कि ग्रह उनमें से किसी एक स्पेसिफिक स्टार का चक्कर लगाते हैं। पर Kepler-16b नाम के ग्रह का केस अलग है। यह प्लेनेट 2 स्टार का एक बार में चक्कर लगाता है। अगर आप इस ग्रह पर खड़़े हों तो आप यह देखेगें कि जमीन पर आपकी 2 परछाईयां पड़ रही है और जिन ग्रहों पर 2 से ज्यादा स्टार्स होगें वहां पर परछाईयां भी उतनी ही ज्यादा होंगी।

Corot-7b

Corot-7b exoplanet
The exoplanet Corot-7b is so close to its Sun-like host star that it must experience extreme conditions. This planet has a mass five times that of Earth’s and is in fact the closest known exoplanet to its host star, which also makes it the fastest — it orbits its star at a speed of more than 750 000 kilometres per hour. The probable temperature on its “day-face” is above 2,000 degrees, but minus 200 degrees on its night face. Theoretical models suggest that the planet may have lava or boiling oceans on its surface. Our artist has provided an impression of how it may look like if it were covered by lava. The sister planet, Corot-7c, is seen in the distance.

पृथ्वी पर बारिश के समय पानी बरसता है। जिससे यहां जनजीवन कायम है। लेकिन क्या हो अगर पानी की जगह धरती पर पत्थर बरसने लगें? आपको ये सिर्फ एक झूठ लगेगा लेकिन Corot-7b नाम के प्लेनेट में ऐसा ही होता है । यह प्लेनेट अपने स्टार के काफी करीब है और tidally locked है। Tidally locked हम उसे कहते है जिसमें ग्रह का एक हिस्सा हमेशा सूरज के सामने रहे और दूसरा हिस्सा हमेशा सूरज के अपोजिट रहे। यहां बता दें कि हमारा चांद भी tidally locked है और हम हमेशा चांद का एक ही हिस्सा देखते हैं। दूसरी तरह का हिस्सा हमें कभी दिखाई नहीं देता।

इसी वजह से Corot-7b नाम के ग्रह का एक हिस्सा हमेशा सूरज की तरफ रहता है। वहां का तापमान हमेशा 2600 डिग्री सेल्सियस रहता है, वहीं दूसरी तरफ तापमान -177 डिग्री सेल्सियस होता है। गर्म वाली साइड में गर्मी इतनी ज्यादा होती है कि इस साइड के पत्थर पिघलकर भाप बन जाते हैं और उसी भाप से वहां बादल बनता है। इसके बाद वहीं पत्थर लिक्विड बनकर वहां बरस जाते हैं। पर आधे रास्ते में ठंडे साइड की ठंडी हवा गर्म साइड पहुंचकर इन लिक्विड पत्थर को Solid कर देती है। इसलिए वहां पत्थर की बारिश होती है और यह Planet जीता जागता नर्क के समान है।

HD 189733 b

HD 189733 b exoplanet
Credit: vimeo

एक ग्रह अपने अजीब मौसम की वजह से जाना जाता है। HD 189733 b नाम का एक Planet जो हमसे 63 लाइट ईयर दूर है। यह काफी सुंदर और जुपिटर से थोड़ा बड़ा है। पर यह अपनी सुंदरता के पीछे एक राज छुपाकर रखा है। इस Planet का एटमोसफियर ज्यादातर सिलिकेट से बना है। इस ग्रह में हवा 8,000 km/h की गति से चलती है और यहां का तापमान 930 डिग्री सेल्सियस है। पर अजीब विडबंना यह है कि इसके एटमोसफियर का सिलिकेट गर्म तापमान के चपेट में आते ही कांच का रूप ले लेता है । यह ग्रह भी अपने स्टार से टाइडली लाॅक्ड है। पर इस प्लेनेट का डार्क साइड ठंडा रहने की बजाय हमेशा गर्म ही रहता है। जहां का तापमान 680 डिग्री सेल्सियस होता है पर ये चमत्कार होता कैसे है?

इसका जबाव है कि गर्म साइड की हवा ठंड़े साइड में चली जाती है। इसी कारण उस प्लेनेट का डार्क साइड भी ठंडा नहीं रह पाता। यहां पर maximum 34,000 km/h की गति से हवा चल चुकी है। वहीं धरती पर maximum आजतक 484 km/h की गति से हवा चली है।

Titan Moon

Saturns moon titan
Credit: airspacemag

शनि ग्रह के चांद टाइटन पर खुद का एटमोसफियर, नदी और झील भी हैं। वहीं यहां पर लिक्विड भी बरसता है। पर यह अजीब जगह है। यहां पर तापमान -179 डिग्री सेल्सियस है। इस चांद पर पानी के अंश तो पत्थर की तरह जमे है पर यहां की नदियों और झीलों में मीथेन मिलता है। यही नहीं यहां बारिश भी पानी की नहीं बल्कि मीथेन की होती है। हम जानते हैं कि मीथेन नेचुरल गैस का एक बड़ा कम्पोनेंट है और पूरे टाइटन में इतना मीथेन हो सकता है कि उतना पृथ्वी पर भी न हो। वैज्ञानिक टाइटन मून पर कई सारे यान भविष्य में भेजने वाले हैं। क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि इस चांद पर जीवन हो सकता है।

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