संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) द्वारा भेजे गए The Emirates Mars Mission यानि होप यान (Hope Probe) ने मंगल ग्रह की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करके इतिहास रच दिया है, इस प्रोब ने मंगल ग्रह की सतह से लगभग 24,700 किलोमीटर की ऊंचाई से तस्वीरें खींच कर United Arab Emirates Space Agency को भेजी हैं, जिसमें मंगल ग्रह पर मौजूद सबसे बड़ा ज्वालामुखी साफ तौर पर देखा जा सकता है। यूएई स्पेस एजेंसी द्वारा लॉन्च किया गया होप 9 फरवरी 2021 यानि मंगलवार को लाल ग्रह पर पहुंचा था, जिसके बाद 14 फरवरी को उसने ग्रह की पहली तस्वीर शेयर की।
Hope Probe द्वारा खींची गई पहली तस्वीर को शेयर करते हुए Abu Dhabi के Crown Prince Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan ने कहा कि होप प्रोब द्वारा भेजी गई मंगल ग्रह की पहली तस्वीर को शेयर करना हमारे इतिहास का एक निर्णायक पल है, हम उम्मीद करते हैं कि इस मिशन के जरिए मंगल ग्रह के बारे में नई जानकारी जुटाई जा सके, जो मानव इतिहास के लिए फायदेमंद साबित होगी। आपको बता दें कि यूएई दुनिया का ऐसा पांचवा देश बन चुका है, जिसने सफलतापूर्व मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश करके इतिहास बनाया है, वहीं खाड़ी देशों में यह ऐसा करने वाला पहला देश है।
The Emirates Mars Mission को 19 जुलाई 2020 को लॉन्च किया गया था, जो मंगल ग्रह के वातावरण, वायुमंडलीय बनावट और मौसम परिवर्तन को लेकर जानकारी इकट्ठा करेगा। Hope Probe मिशन पिछले साल 2020 में लॉन्च किए गए तीन महत्वपूर्ण मिशनों में से एक है, जिसमें नासा का Perseverance Rover और चीन का Tianwen-1 शामिल है। नासा का Perseverance Rover 18 फरवरी को मंगल ग्रह पर लैंडिंग करेगा, जबकि चीन का Tianwen-1 मंगल ग्रह की परिक्रमा करते हुए उसकी सतह पर लैंड होगा।
हालांकि चीन और अमेरिका को पीछे छोड़कर यूएई का Hope Probe मंगल की कक्षा में सबसे पहले प्रवेश करने में सफल रहा और उसकी पहली तस्वीर भी शेयर की। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन तीनों देशों में से किसके मिशन को सबसे ज्यादा सफलता प्राप्त होती है और कौन सा देश मंगल ग्रह के रहस्यों को सुलझाने में कामयाब हो पाता है।
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